उत्तराखण्डः 17अगस्त 2024,राजधानी /देहरादून में शुक्रवार को उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने रूद्रपुर में नर्स की बलात्कार के बाद हुई हत्या की कड़े शब्दों में निदा की है। साथ ही उन्होने कहा कि आये दिन कहीं ना कहीं से महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार हत्या एवं अत्याचार की खबरोें ने उत्तराण्ड की देवभूमि को कलंकित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कब तक महिलायें अत्याचार सहन करती रहेंगी।
उन्होंने उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भण्डारी का जिक्र करते हुए कहा कि आज तक लचर कानून व्यवस्था के कारण अंकिता के असली हत्यारों एवं बलात्कारियों का पता नही चल पाया और ना ही उस काण्ड में सम्मिलित वीआईपी का नाम ही उजाागर हो पाया है जिस कारण महिलाओं के साथ अत्याचार एवं उत्पीड़न करने वालों के हौसले बुलन्द हैं और किसी को भी कानून का डर नही रह गया है।
अध्यक्ष करन माहरा ने ने कहा राज्य में एक के बाद एक महिला यौन शोषण का शिकार हो रही है। हल्द्वानी में मूक बधिर एवं दृष्टिबाधित बच्चों के संचालक द्वारा नाबालिग छात्राओं का यौन शोषण, हल्द्वानी में ही नारी संरक्षण गृह में नाबालिग लड़की का यौन शोषण, ऋषिकेश में विनीता हत्याकाण्ड, उत्तरकाशी के एक होम स्टे में कार्यरत 18 वर्षीय अमृता रावत का शव लटका मिला, हरिद्वार में दलित महिला का बलात्कार के बाद हत्या, जैसी कई घटनायेें हुई है।
जिन पर आजतक कोई भी ठोस कार्रवाही नही होने के कारण अपराध बढ़ते जा रहे हैं। करन माहरा ने कहा कि भ्रष्टाचार और भयमुक्त सरकार के अपने वायदे पर अमल करने में राज्य की भाजपा सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन घृणित बलात्कार और हत्याकांड की घटनाओं की कठोर शब्दों में निन्दा करते हुए राज्य सरकार से दोषियों पर शक्त कार्रवाही किये जाने की मांग करती है।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा की राज्य सरकार के सात वर्ष से अधिक के कार्यकाल में राज्य में बलात्कार, जघन्य हत्याकांड, लूट-पाट, चोरी, डकैती, चेन स्नैचिंग, टप्पेबाजी जैसे जघन्य अपराध की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। उससे राज्य में कानून का राज पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। अंकिता भण्डारी हत्याकांड और बहादराबाद बलात्कार और हत्या की घटनाओं में सत्ताधारी दल के नेताओं की संलिप्ता से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार बलात्कारियों की संरक्षक बनी हुई है तथा इस प्रकार के घृणित अपराध करने वाले अपराधियों को सजा दिलाने की बजाय बचाने का काम कर रही है। यह कहना भी अतिश्योक्ति नहीं होगी कि राज्य सरकार और मित्र पुलिस बलात्कारियों और भ्रष्टाचारियों की सरंक्षक बनी हुई है।
उन्होने कहा कि बहादराबाद बलात्कार एवं हत्या की घटना को एक सप्ताह भी नहीं व्यतीत हुआ था उसी दौरान 3 जुलाई 2024 को चम्पावत में महिला के अपहरण के उपरान्त सामूहिक बलात्कार की घटना ने फिर से एक बार देवभूमि को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने कहा कि रूद्रपुर में बलात्कार के बाद नर्स की निर्मम हत्या कर हत्यारों ने कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई हैं। राज्य में लगातार घट रही इन घटनाओं से गिरती कानून व्यवस्था उजागर होने के साथ-साथ राज्य की अस्मिता पर भी भारी चोट पहुंची है।
राज्य की जनता में भय का वातावरण व्याप्त है तथा आमजन विशेषकर महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं और अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि एक के बाद एक महिला अपराध की घटनाओं पर रोक लगने की बजाय दिन प्रतिदिन अपराध बढते जा रहे हैं।