राज्यपाल बोले- भारतीय इतिहास अधूरा, भुला दिए गए सेनानियों की गाथाओं का दस्तावेज तैयार करने की जरूरत

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने भुला दिए गए स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों का दस्तावेज तैयार करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहास को तोड़-मरोड़ के पेश किया गया है।

चेन्नई में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि दुर्भाग्य से आजाद के बाद स्वतंत्रा संग्राम के दौरान अंग्रेजों से लड़ने वाले उन सेनानियों को धीरे-धीरे भुला दिया गया, जो अहिंसक आंदोलन करने वाली भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य नहीं थे। उन्होंने कहा कि हम उन लोगों को नहीं भूल सकते, जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ हथियार उठाए और जवानी में ही अपनी जान कुर्बान कर दी।

राज्यपाल रवि ने कहा कि पिछली सरकारें रक्षा क्षेत्र पर खर्च को निरर्थक व्यय मानती थीं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हमने अपने स्वतंत्रता सेनानियों को भुलाने के साथ अपनी सेना को भी कमजोर करना शुरू कर दिया था, यहां तक कि हम उन पर खर्च करने को अनुपजाऊ व्यय (unproductive expenditures) मानने लगे। हमने सोचा था कि सब कुछ शांति से होगा, लेकिन भूल गए कि जब तक आप मजबूत नहीं होंगे, आपकी शांति की बात कोई नहीं सुनेगा।

राज्यपाल रवि ने 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर अंडमान और निकोबार के 21 द्वीपों का नामकरण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने 21 परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के नाम पर अंडमान और निकोबार द्वीपों पर 21 द्वीपों का नाम रखा है। जिन्होंने असाधारण वीरता का प्रदर्शन किया और देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। वे अमर हो गए हैं।

अब भी राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन का प्रामाणिक इतिहास नहीं…
उन्होंने कहा कि कई स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों को फिर से लिखने की जरूरत है, क्योंकि देश के पास अभी तक अपने स्वतंत्रता आंदोलन का प्रामाणिक दस्तावेज नहीं है। उन्होंने कहा, हमारे इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा गया है। भारत के पास अभी तक अपने राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन का प्रामाणिक इतिहास नहीं है। हमारा स्वतंत्रता आंदोलन 1857 में नहीं, बल्कि उसी दिन से शुरू हो गया था जब अंग्रेजों ने देश को उपनिवेश बनाना शुरू किया था और क्षेत्रों पर कब्जा करना शुरू किया था। इसका दस्तावेज तैयार होना चाहिए। यह एक बड़ा काम है लेकिन मुझे पता है कि हम इसे कर सकते हैं।

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