यह 85वां अधिवेशन हमारी साझी विरासत की एक झलक है! कांग्रेस

छत्तीसगढ़/देहरादून/उत्तराखण्ड:26-FEB.. 2023, खबर…  छत्तीसगढ़,रायपुर  में मिली ताजा जानकारी के अनुसार  आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन के दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष,  मल्लिकार्जुन खड़गे  ने ध्वजारोहण कर की शुरुआत की।

वही इस मौके पर उन्होनें   कहा कांग्रेस सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है। जनता का कल्याण और देश की सेवा की भावना ही हमें शक्ति और ऊर्जा देती है। इन सिद्धांतों के साथ, कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता पार्टी के साथ मज़बूती से खड़े हैं।

साथ ही कांग्रेस पार्टी का 85वां अधिवेशन हमारी साझी विरासत की एक झलक है। हमारे मूल्य और सबको सम्मान देने की हमारी संस्कृति ही हमारी असली शक्ति है। दलित, आदिवासी, ओबीसी, अल्पसंख्यक समुदाय, महिला और युवाओं को प्रतिनिधित्व देना हमारा लक्ष्य है।

इस दौरान देश में बने नफ़रत और कट्टरता के माहौल के ख़िलाफ हम लड़ते रहेंगे। गरीबों, किसानों, मज़दूरों और वंचितों की आवाज़ हम उठाते रहेंगे। जन-जन तक हम कांग्रेस का ये संदेश पहुंचाएंगे।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के रायपुर महाधिवेशन का भले ही औपचारिक रूप से समापन हो रहा, लेकिन इसके साथ ही एक नये कांग्रेस का आगाज होने जा रहा है।
● इस मौके पर मैं छत्तीसगढ़ PCC के अध्यक्ष मोहन मरकामजी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी और उनके सहयोगी मंत्रियों, सेवादल और हमारे सारे फ्रंटल संगठनों को तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने पिछले कई दिनों से लगातार मेहनत करके इतना अच्छा आयोजन किया।
● कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से अरूणाचल प्रदेश तक देश के कोने से यहां प्रतिनिधियों की की मौजूदगी रही। इस सम्मेलन में सोनियाजी का बहुत प्रेरक संबोधन, राहुलजी और प्रियंकाजी के साथ वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी ने जमीनी कार्य़कर्ताओं में एक नयी उमंग पैदा कर दी है।● मित्रों 138 सालों के कांग्रेस के इतिहास में अब तक 85 महाधिवेशन हुए, और उन सबमें देश की दिशा को बदलने वाले फैसले हुए।
● जनता के सरोकारों से जुड़ी देश की जितनी महत्वपूर्ण योजनाएं हैं, उनमें कई ऐसी हैं, जिनके मूल विचार हमारे अधिवेशनों में आए। यहां तक कि भारत के संविधान में शामिल मूल अधिकार का विचार भी हमारे 1931 के कराची resolution में आया था।
● रायपुर में हमने उसी परंपरा के तहत Political, Economic,, Agriculture, Social Justice & Empowerment, Youth, Education & Employment और Foreign Policy से संबंधित प्रस्तावों को आखिरी रूप दिया।
● ये काम कई चरणों में हुआ और बहुत से साथियों ने इसे अपने ज्ञान और अनुभव से संपन्न बनाया। ड्राफ्ट बनाने से लेकर उनको अंतिम रूप देने में काफी लंबा विचार- मंथन हुआ। कई लोगों की इसमें भागीदारी रही।
● महाधिवेशन में संविधान संशोधन करके CWC सदस्यों की संख्या 25 से बढा कर 35 करने का फैसला हुआ है। हमारी CWC में 50% जगह SC/ST / OBC / महिला और युवाओं को देने का ऐतिहासिक निर्णय हुआ है।

रायपुर कांग्रेस महाधिवेशन के समापन भाषण में संगठन को लेकर मैं कुछ बाते कहना चाहूंगा। आजादी के पहले और आजादी के बाद का हमारा लंबा इतिहास कई चुनौतियों, उतार-चढ़ाव और सफलताओं का इतिहास है।
● 62 सालों तक देश की आजादी के लिए संघर्ष किया। आजादी हासिल की और देश को संविधान दिया। लोकतंत्र की जड़ो को मजबूत किया। इसलिए इन मूल्यों की रक्षा का जिम्मा भी सबसे अधिक हमारे ऊपर है और देश की जनता भी हमसे यही उम्मीद रखती है।
● आज हमारे सामने तमाम चुनौतियां हैं लेकिन कोई ऐसी चुनौती नहीं है, जिसका समाधान कांग्रेस नहीं निकाल सकती। एकता, अनुशासन और दृढ संकल्प की जरूरत है। पार्टी की ताकत में ही हमारी ताकत है। हम जो आचरण राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे उसका संदेश हमारे करोड़ों साथियों तक हर स्तर पर जिले और गाँव तक जाएगा

साथियों, काँग्रेस का मतलबहै, देशभक्ति, त्याग- बलिदान
● काँग्रेस का मतलब हैं, सेवा और समर्पण
● कांग्रेस का मतलब है-निष्ठा और प्रेरणा
● काँग्रेस का मतलब हैं, समृद्धि और खुशहाली
● और कांग्रेस का मतलब है- करूणा और न्याय
● कांग्रेस का मतलब है निर्भयता और अनुशासन
● कांग्रेस का मतलब है- भारतीयता
● हरेक कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं इसी भावना का प्रतीक है।
● हमें ये याद रखना चाहिए कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने न केवल देश को आजाद कराया, बल्कि एक समृद्ध भारत की बुनियाद भी रखी। ऐसा भारत निर्मित किया है, जो दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे मजबूत लोकतंत्र है।

इस महाधिवेशन ने साफ़ कर दिया है कि BJP/RSS के ख़िलाफ़ हमारी विचारधारा की लड़ाई तीव्र होगी। चुनावी मुक़ाबले तो होते रहेंगे पर कितना भी समय लगे और कितना भी संघर्ष हो, हम एकजुट हो कर लड़ने को तैयार हैं। भारत जोड़ो यात्रा से भी हमें यही मार्गदर्शन मिला।

किसान और खेत मज़दूर, (Farmers & Khet Mazdoor),
● किसान और खेत मज़दूर हमारी आर्थिक नीति की प्राथमिकता होने चाहिए। Green Revolution और White Revolution कांग्रेस सरकारों ने संभव कराया। इससे देश बदला। कृषि का निजीकरण हमारे देश के लिए हानिकारक होगा। कृषि में ‘और अधिक आर्थिक निवेश’ के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।
4. सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण (Social Justice & empowerment)
● जाति जनगणना कराना अनिवार्य बन गया है।UPA सरकार ने 2011-13 के बीच जाति जनगणना करवाया था। हमारी सरकार बदल जाने की वजह से Survey प्रकाशित नहीं हो पाए। नई जनगणना ज़रूरी है।

हम NEP, ( New Education Policy) असल में Nagpur Education Policy के बिलकुल ख़िलाफ़ हैं। ये हमारे देश और समाज को और पीछे ले जाएगा। प्रगतिशील और वैज्ञानिक मूल्यों को ख़त्म कर देगा। इतिहास को जिस तरह से तोड़मरोड़ कर पेश किया जा रहा है ना वि सिर्फ़ वर्तमान के लिए बल्कि आनेवाली पीढ़ियों के लिए ख़तरनाक होगा।
6. विदेश नीति (foreign policy),
चीन को cleanchit देकर हमने अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मार ली है। जिन पड़ोसी मुल्कों से हमारे संबंध अच्छे थे आज उन संबंधों पर एक विफल विदेश नीति का साया मंडरा रहा है।

मैं अंत में आप सब साथियों से ये कहना चाहता हूं कि आप सभी न सिर्फ रायपुर डिक्लेरेशन को देश के जन-जन तक पहुंचाएं। बल्कि ये भी याद रखें कि हमारी कांग्रेस पार्टी का हर साथी लोकतंत्र और संविधान के लिए और हमारे देश के भविष्य के लिए आखिरी सांस तक एकजुट होकर लड़ेगा और जीतेगा।
● अंत में मैं आपको बोलना चाहता हूं कि एक मजबूत कांग्रेस से ही एक बुलंद भारत बन सकता है।

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