उत्तराखण्ड में 38वे राष्ट्रीय खेलों की प्रक्रिया करने संबंधी IOA द्वारा सुझाव दिया !

देहरादून/उत्तराखण्ड: 26 MAY.. 2023, खबर… राजधानी से शुक्रवार को देहरादून स्थित सचिवालय के  मुख्य सचिव सभागार में  38वे राष्ट्रीय खेलों के आयोजन हेतु विस्तृत समीक्षा बैठक मुख्य सचिव उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में  आहूत की गई।  वही इस बैठक में विशेष प्रमुख सचिव खेल अभिनव कुमार, सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे, सचिव परिवहन  अरविंद सिंह हयांकि, सचिव संस्कृति एच० सी० सेमवाल, सचिव वित्त वी० षड़मुगम, जिलाधिकारी देहरादून सुश्री सोनिका, विभिन्न विभागों के अपर सचिव, निदेशक खेल जितेन्द्र कुमार सोनकर तथा निदेशालय खेल एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें ।

वही इस बैठक में विशेष प्रमुख सचिव  अभिनव कुमार द्वारा राज्य में चल रही तैयारियों के सन्दर्भ में अवगत कराया गया तथा राष्ट्रीय खेलों के सन्दर्भ में विस्तृत प्रस्तुतीकरण जितेन्द्र कुमार सोनकर निदेशक खेल द्वारा दिया गया। प्रस्तुतीकरण में विगत 04 राष्ट्रीय खेलों के तुलनात्मक विवरण के साथ राज्य में चल रही राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के सम्बन्ध में अवस्थापना विकास, आवासीय, परिवहन, चिकित्सा, सुरक्षा, स्वयंसेवक आदि पर विस्तार से वर्णित किया गया तथा खेलों के आयोजन को भव्य बनाने हेतु रोड मैप प्रस्तुत किया गया।

वही इस अवसर पर  भारतीय ओलंपिक संघ IOA की संयुक्त सचिव श्रीमती अलकनंदा अशोक द्वारा IOA के साथ तिथियों के निर्धारण करने की प्रक्रिया करने संबंधी सुझाव दिया गया। UOA महासचिव डी0के0 सिंह द्वारा उद्घाटन समारोह एवं समापन समारोह को अलग अलग स्थलों पर आयोजित किये जाने का सुझाव दिया गया। वही मुख्य सचिव द्वारा लौजिस्टिक आदि को इस हेतु संज्ञान में लेते हुए संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिये गये। वही भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने लंबे इंतजार के बाद आखिरकार तय कर दिया है कि 38वें राष्ट्रीय खेल उत्तराखंड में होंगे।वही इस  IOA  की बैठक में उत्तराखंड की मेजबानी पर मुहर लग गई।

साथ ही उन्होंने खेलो के आयोजन में पर्यटन विभाग की भूमिका को महत्वपूर्ण मानते हुए पर्यटन सचिव को निर्देशित किया कि उत्तराखण्ड में पर्यटन एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है अतः राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में खेल पर्यटन एवं प्रकृति पर्यटन को बढ़ाये जाने हेतु पर्यटन विभाग अपने स्तर से कार्यवाही करें। राज्य में सम्पूर्ण देश के प्रतिभागी प्रतिभाग करेंगें एवं वे उत्तराखण्ड की स्मृतियों को वापस अपने साथ लेकर जाएंगें अतः यह आवश्यक है कि उत्तराखण्ड की संस्कृति के प्रदर्शन के साथ-साथ आयोजन स्थलों को भी अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के साथ विकसित किया जाए तथा सचिव लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया कि समस्त आयोजन स्थलों को जोड़ने वाले रोड नेटवर्क को भी परिष्कृत किया जाए।

वही इस दौरान चिकित्सा संबंधी आवश्यकताओं को चिकित्सा विभाग के साथ बैठ कर अन्तिम रूप दे दिया जाए तथा एन्टी डोपिंग के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा- निर्देश चिकित्सा विभाग एवं नाडा के साथ तैयार कर व्यापक रूप से प्रसारित किया जाए ताकि खिलाड़ियों को जानकारी रह सके कि उन्हें किन पदार्थों को ग्रहण करना चाहिए और किनको नहीं।

राष्ट्रीय खेलों के आयोजन हेतु वित्तीय आवश्यकताओं के संबंध में निर्देशित किया गया कि आवश्यक धनराशि की मांग अनुपूरक बजट में कर ली जाए। साथ ही पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने हेतु पारंपरिक खेलों को भी राष्ट्रीय खेलों के साथ जोड़ा जाए तथा स्थानीय खेलों को प्रदर्शन खेल के रूप में सम्मिलित किया जाए।

इस मौके पर मुख्य सचिव द्वारा निर्देशित किया गया कि राष्ट्रीय राज्य के महत्वपूर्ण आयोजन हैं जो राज्य में प्रथम बार आयोजित किए जा रहे हैं।  इन खेलों को पूर्ण भव्यता एवं गरिमा के साथ आयोजित किया जाए ताकि भविष्य में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेल एक मिसाल के रूप में स्थापित हो सकें।

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