दून मेडिकल कॉलेज (OPD) के बाहर इस गंभीर बिमारी से जाने कब मिलेगी निजात !

यहां मरीजो सहित हर किसी को परेशानी का समना करना पड़ रहा है !

देहरादून/उत्तराखण्ड: 27-JAN.. 2023, खबर…. राजधानी से  सूबे के सबसे बड़े राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल देहरादून में आने वाले मरीजो का पंजीकरण करीब रोज आना 2500 से 3000 तक होता है। इस दून मेडिकल कालेज में आस पास के राज्यों से भी यह मरीजो को लेकर इलाज के लिए आते है। वही सुबह 9ः00amबजे से न्यू ओपीडी बिल्डिंग में (OPD) ओपीडी पर्ची/पंजीकरण के लिए लम्बी लाईन लगती   है।वही इस दूनअस्पताल की न्यू ओपीडी बिल्डिंग  में रोज मरारा  यहां हजारो लोग सुबह से प्रवेश करने लगते है।

जिसमें घंटो लाईन में कुछ मरीज खाली पेट के साथ वही तिमारदार भी भूखे प्यासे खड़े होकर तब जाकर (OPD) ओपीडी पर्ची बनती हैं।  और फिर इतनी मशक्कत के बाद मरीज व उसके साथ तिमारदार इसी तरह पूरा दिन इसी अस्पताल में खप जाता है।  वही मरीज व उसके साथ तिमारदार एवं डॉक्टर, स्टाफ, अन्य स्वास्थ्यकर्मीयों सहित यह टूव्हिलर, कार, ऑटो,रिक्शा व साईकिल आदि से यह आने वाले लोगो से भीड़ बढ़ जाती है। वही इस दौरान दूनअस्पताल  की इस न्यू ओपीडी बिल्डिंग में एंबुलैंस एव शासन प्रशासन की गाड़ी अंदर आने में पहले गेट पर ही जाम में फंस जाती है। और फिर डियूटी पर तैनात गार्ड को हर कोई खरी – खरी एवं धौंस सुनाकर चला जाता है।

वही इसी के साथ इस न्यू ओपीडी ब्लाक के आगे अवैध ऑटो स्टैण्ड, फलफ्रूट कि ठेलीयां एवं अन्य खाद्यय पर्दाथों की छोटे फड़ लगा कर जमकर बैठ जाते है ! जिसके कारण यहा मुख्य गेट पर जाम लगता है। दून अस्पताल के बाहर कई गाड़ियों का जमघट लगा रहता है। जिससे मरीजो सहित हर किसी को परेशानी का समना करना पड़ रहा है।

वही इस पर दून अस्पताल प्रबंधक ने कई बार नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस को पत्र व्यवहार कर यहां से ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के लिए एवं अवैध रूप से खड़ी रेडी ठेली फल की सब्जियों की ठेलीयों को हटाने के लिए कहा गया!  लेकिन  यहा  यातायात पुलिस की ओर से कोई कार्यवाही नहीं होती है। सूत्रो की माने तो  राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ0 आशुतोष सयाना का कहना है कि एमएस एवं डिप्टी एमएस को दोबारा से पत्राचार करने को कहा गया है ताकि मरीजों को कोई दिक्कत ना हो और डॉक्टर एवं स्वस्थ कर्मियों स्टाफ सहित मरीजों और तीमारदारों के लिए अलग-अलग पार्किंग की व्यवस्था की जाए जिसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने व्यवस्था के लिए जुट गया है।

नई ओपीडी और पुरानी बिल्डिंग को जोड़ने को ओवर ब्रिज तैयार कर दिया गया है लेकिन कई दिनों से इस में ताला पड़ा है इसका लाभ जनता को नहीं मिल पा रहा है जबकि सचिव डीएम एवं कई बार प्रबंधन को सख्त हिदायत दे चुके हैं!  सूत्रो की माने तो इस पर प्राचार्या का कहना है कि  जल्द ही    दिव्यांगों के लिए यह फुटओवर ब्रिज, रैंप और मरीजों के लिए लिफ्ट का संचालन जल्द  शुरू कर दिया जाएगा।   इस दौरान कर नगर निगम देहरादून के राजस्व अधीक्षक भूमि  का कहना है कि सड़क के किनारे बिना अनुमति के पार्क हो रहे वाहनों को हटाया जाए।

वही अब देखने वाली बात यह है ओर कितने दिनों तक मरीज व उसके तिमारदार एवं स्वास्थ्यकर्मी ,स्टॉफ आदि यह परेशानियों को कब तक झेलता रहेगा। कब लोगों को   इस  परेशानियों से निजात मिलेगी।  बता दे कि इस राजकीय दून मेडिकल कालेज देहरादून में निमार्ण कार्यो को कार्यादत संस्था उत्तर प्रदेश निमार्ण निगम पीछले 07 सालो से दून अस्पताल में कछुआ गति से काम पर चिपकी पड़ी हैं।

जाने कब दून अस्पताल में कार्यो को विराम मिलेगा!  ये अब भविष्य की गोद में छिपा है। वही इस दौरान गाड़ीयों की पार्किंग को लेकर अक्सर आपस में भिड़ते रहते है। यह ना तो कोई पुलिस की व्यवस्था और नही कोई नियम कानून है। जबकि इस ओपीडी से लगता चौराहें पर यातायात पुलिस कर्मी तैनात है। लेकिन इस ओर कोई ध्यान नही दिया जाता कि अस्पताल में आने वाले मरीज किस हालत में यहा आकर फंस जाते है। जरा सोचिए?

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