अतीक,अशरफ की हत्या में कुछ और परतें खुलने दीजिए, धीरे धीरे ये पूरी साजिश समझ आयेगी! (सूत्र)

 उत्तर प्रदेश देहरादून/उत्तराखण्ड: 16-APRIL.. 2023, खबर… लखनऊ से रविवार को   प्रयागराज में बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक अहमद (माफिया डॉन) एवं उसक भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।  वही इसके बाद वही इस अतीक हत्या कांड के दौरान सूत्रो के हवाले मिली बड़ी जानकारी के अनुसार कहा जा रहा है कि  अतीक अशरफ की पुलिस कस्टडी में यूं हत्या.. ना केवल योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश है बल्कि “हिंदू आतंकवाद” की पटकथा लिखने का षडयंत्र भी हो सकती है। सूत्रो की माने तो  लगता है जिन्होंने अतीक को बनाया उन्होंने ही उसे खत्म करा दिया।

साथ ही सूत्रो की माने तो  अपने लड़के के मरने के बाद अतीक टूटने लगा था। उसे अपने परिवार की चिंता सताने लगी थी। अब वो कई राज खोलने लगा था। हो सकता है कि उसने सरकार से सरकारी गवाह बनकर अपनी जान के बदले कुछ बड़े राज खोलने की डील की हो। वर्ना अचानक पाकिस्तान से ड्रोन के सहारे भारतीय बॉर्डर में हथियार गिराने का राज क्यों खोलता वो? इस विषय के इर्द गिर्द तो उससे कोई पूछताछ भी नहीं कर रहा था।

 वही इस पर  विचारणीय है कि अगर पंजाब बॉर्डर पर पाकिस्तान हथियार फेंकता था तो आज तक पंजाब पुलिस को ये बात क्यों नहीं पता चली? ISI, अंडरवर्ल्ड, पाकिस्तान के इस नेटवर्क में भारत बैठे कौन- कौन लोग जुड़े थे?? पंजाब, कश्मीर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश तक कई अपराधी और सफेद पोश लोग इस नेटवर्क में जुड़े हो सकते हैं।

इसी के साथ सूत्र बताते है कि अतीक अब इस नेटवर्क को एक्सपोज करने लगा था। वो ये भी बताने वाला था कि हथियार कहां छुपाकर रखें हैं। कहीं इसलिए ही तो पेशेवर शूटर्स की मदद लेकर अतीक, अशरफ को मरवा दिया गया?

अतीक अहमद ने माना था कि उसके संबंध आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर से हैं। वह पाकिस्तान से हथियार मंगवाता था। पंजाब में ड्रोन के जरिए जो हथियार गिराए जाते हैं, मैं उनको खरीदता था।

इसी के साथ सूत्र बताते है कि अतीक ने भी माना था कि उसके पास हथियारों की कोई कमी नहीं। उसने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को भी हथियार ऐसे ही मिलते हैं।  वही इस चार्जशीट में के मुताबिक अतीक ने यह भी माना कि अगर उसे उन ठिकानों पर ले जाया जाए तो वह पैसा, हथियार और कारतूसों को बरामद करा सकता है।

प्रयागराज का ये गुंडा अब बड़े माफिया नेटवर्क और अपने संरक्षक राजनेताओं के लिए बेकार भी हो गया था। उसके जिंदा रहने से अधिक उसकी मौत कुछ लोगों के लिए जरुर फायदेमंद साबित हो सकती है। ये जांच का विषय है।

मिडियिा रिपोर्ट के अनुसार अतीक तो छोटा सा गुंडा था, लेकिन वो जिस नेटवर्क का हिस्सा था वो बहुत बड़ा था। अंधेरा कायम रहे वाली दुनिया में लादेन, बगदादी, अतीक, दाऊद किसी की कोई वैल्यू नहीं, बस नेटवर्क पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए। सूत्रो की माने तो अतीक की मौत के कई लोगों को फायदे हो सकते हैं। उसकी 10 हजार करोड़ की संपत्ति पता नहीं कहां कहां बंटी होगी।  अतीक ISI, पाकिस्तानी आतंकी संगठन, भारतीय नेटवर्क.. बहुत बड़े नेटवर्क के राज खोलने वाला था। देखते हैं कुछ और परतें खुलने दीजिए। धीरे धीरे ये पूरी साजिश समझ आयेगी।

मिडियिा रिपोर्ट के अनुसार इस घटना से हिंदुओं को भी बदनाम करने की साजिश रची गई हो सकती है। सूत्रो की माने तो  उत्तर प्रदेश में हिंदू मुस्लिम दंगों को हवा देने की साजिश भी हो सकती है।।अंतराष्ट्रीय स्तर पर योगी जी और हिंदू दोनो को टारगेट किया जायेगा।

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